बचपन की यादें | Bachpan ki Yaadein

बचपन की यादें  ( Bachpan ki yaadein )    बचपन की यादों का अब तो मैं दिवाना हो गया क्या शमा कैसी फिजाएं,मन मस्ताना हो गया।   मासूमियत की है लरी,मस्ती का फ़साना क्या कहें प्यार था पहले का जो अब वह तराना हो गया।   वह खेलना वह कूदना उस खेत से खलियान तक … Continue reading बचपन की यादें | Bachpan ki Yaadein