बज़्म में ऐसा ख़ूब हुआ | Bazm Shayari

बज़्म में ऐसा ख़ूब हुआ ( Bazm me aisa khoob hua )     बज़्म में ऐसा ख़ूब हुआ शे’र पे चर्चा ख़ूब हुआ कैसे उससे मिलना हो घर पर पहरा ख़ूब हुआ जिससे दिल का रिश्ता था ग़ैर वो चेहरा ख़ूब हुआ छोड़ दिया अपनों ने साथ दिल यह तन्हा ख़ूब हुआ छाया उस … Continue reading बज़्म में ऐसा ख़ूब हुआ | Bazm Shayari