भानुप्रिया देवी की कविताएं | Bhanu Priya Devi Hindi Poetry

ताजमहल सा इश्क ताज महल सा इश्क जीवन में दुर्लभ सबको। नसीब से मिलता है धरा से गुजर जाने के बाद भी हृदय में यादें और दिल में स्थान। उनके बारे में अच्छी सोच, अजूबा सा ताजमहल बना जाते हैं,यादगार स्वरूप। जीवन पर्यंत देख उसे मल्लिका की जिंदगी को याद कर करते जीवन ताजा। शहंशाह … Continue reading भानुप्रिया देवी की कविताएं | Bhanu Priya Devi Hindi Poetry