Ghazal | भीगी सी अश्कों से दिल की जमीन है
भीगी सी अश्कों से दिल की जमीन है ( Bhigi Si Ashkon Se Dil Ki Zameen Hai ) भीगी सी अश्कों से दिल की जमीन है! यें जिंदगी अधूरी तेरे बिन है ऐसा मिला दग़ा खुशियों से ही मुझे दिल रोज़ रहता मेरा ही हज़ीन है वो तोड़कर गया क्यों रिश्ता … Continue reading Ghazal | भीगी सी अश्कों से दिल की जमीन है
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