ब्रह्मचारिणी | Brahmacharini Navratri Kavita
ब्रह्मचारिणी ( Brahmacharini Navratri ) हे ब्रह्मचारिणी तपस्विनी सदाचरण की देवी करो कृपा हे जगदंबे मत करो अब देरी आचरण को विमल कर दो निर्मल कर दो भाव शब्दों में तुम शक्ति भर दो मां दे दो चरणों की छांव भरा रहे दरबार तुम्हारा सुख समृद्धि यश कीर्ति सृष्टि की करतार माता … Continue reading ब्रह्मचारिणी | Brahmacharini Navratri Kavita
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