पेंशन मिल पायेगी | Chanchal poetry

पेंशन मिल पायेगी ( Pension mil payegi )   सुनो पति जी छोड़ अलाली, जाओ सबके साथ। पेंशन मिल पायेगी, मिल के जाने के बाद ।।   सबके हक के काजे लड़ रहे अपने सारे भाई तुम घर में बस बैठे खा रहे, ओढ़े मस्त रजाई हाथ पांव के कष्ट जरा दो, जाओ सबके साथ। … Continue reading पेंशन मिल पायेगी | Chanchal poetry