चौखट | Chaukhat Kavita

चौखट ( Chaukhat ) *** घर के बीचों-बीच खड़ा, मजबूती से अड़ा। आते जाते लोग रौंदते, चप्पल जूते भी हैं घिसते; ‘चौखट’ उसे हैं कहते । घरवालों की मान का रक्षक ‘चौखट’ लोक लाज की रखवाली और – है मर्यादा का सूचक! ‘चौखट’ सुनकर कितने गाली, ताने, रक्षा करे, न बनाए बहाने ! धूप , … Continue reading चौखट | Chaukhat Kavita