धुँधले ख़्याल | Dhundhale Khayal

धुँधले ख़्याल ( Dhundhale Khayal ) ये लम्बी रातें यूँ कट जाती आँखों आँखों में, जब रेत बनकर भर जाती हैं यादें आँखों में, तमाम तर कोशिशें की है हाल में जीने की, ये ज़िंदगी बीतती जाती है धुँधले ख़्यालों में, सोचा यह दुनियावी मोहब्बतें सुकूं देगी हमें, मगर वो तो मिलती है बस मौत … Continue reading धुँधले ख़्याल | Dhundhale Khayal