दो बूँद पानी चाहिए | Do Boond Pani Chahiye

दो बूँद पानी चाहिए ( Do boond pani chahiye )   बात तो अहल-ए-ख़िरद यह भी सिखानी चाहिए हर बशर को देश की अज़्मत बढ़ानी चाहिए ऐ मेरे मालिक ये तेरी मेहरबानी चाहिए काम आये सब के ऐसी ज़िंन्दगानी चाहिए दे गया मायूसियाँ फिर से समुंदर का जवाब जबकि मेरी प्यास को दो बूँद पानी … Continue reading दो बूँद पानी चाहिए | Do Boond Pani Chahiye