दुश्मनों पे वार कर लूँ

दुश्मनों पे वार कर लूँ आज खुल कर दुश्मनों पे वार कर लूँउनकी ख़ातिर ख़ुद को मैं अख़बार कर लूँ रफ़्ता-रफ़्ता मैं तुम्हीं से प्यार कर लूँजब तलक साँसे हैं मैं इकरार कर लूँ प्यार कर लूँ कुछ मैं अब तक़रार कर लूँउल्फ़तों से ज़ीस्त ये गुलज़ार कर लूँ वो दवा देंगे यक़ीनन आ के … Continue reading दुश्मनों पे वार कर लूँ