दशहरा 2024 कब तक जलाओगे मुझे ?युग बीत गयेकितने कल्प गये बीतरखता हूँदशकंठहै मेरे दशशीश..आँखे घूमती सब दिशाओं मेंहाथ रखता मैं बीसो बीस…शब्द जो निकला मुँह सेभिक्षाम दे माई…फीर देखी मैने माँ सीता मेंजगदजननी की प्रीतमर्यादा की निभाई रीतचाहता तो मैं बदल जाताशब्द जाता भूलमन के वचन को बनाता धूल…मैंने बचाया जगदजननी का मानस्वयं से … Continue reading दशहरा 2024 | Dussehra
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