मैं धरती पर बोझ क्यों बनूं | Geet Bojh Kyon Banoon

मैं धरती पर बोझ क्यों बनूं ( Main dharti par bojh kyon banoon )    हंसता खिलखिलाता रहूं, बिना बात ही क्यों तनूं। काम भलाई का करूं, मैं धरती पर बोझ क्यों बनूं। मैं धरती पर बोझ क्यों बनूं प्रेम के तराने लब सजा दूं ,मैं गीत सुरीले से गाऊं। सुख दुख जीवन के पहलू, … Continue reading मैं धरती पर बोझ क्यों बनूं | Geet Bojh Kyon Banoon