होलिया में उड़े रे ग़ुलाल | Holi me Ude re Gulal

होलिया में उड़े रे ग़ुलाल ( Holi me Ude re Gulal ) होलिया में उड़े रे ग़ुलाल, मिलिहा जोगनिया से। चलती है आता है भूचाल, मिलिहा जोगनिया से। होलिया में उड़े रे ग़ुलाल, मिलिहा जोगनिया से। रस से भरी है उसकी बदनियाँ, करना न उससे तनिकौ नदनियाँ। है पंखुड़ी जैसा उसका गाल, मिलिहा जोगनिया से। … Continue reading होलिया में उड़े रे ग़ुलाल | Holi me Ude re Gulal