मन के नयन हजार | Geet man ke nayan hajaar

मन के नयन हजार ( Man ke nayan hajaar )   चंचल मन ले रहा हिलोरे, उमड़े भाव विचार। मन की अखियां खोलिए, मन के नयन हजार। मन के नयन हजार,मन के नयन हजार।   निर्मल मन में बह रही, भाव भरी रसधार। चंचल चितवन उठ रही, उमंगों की भरमार। प्रेम भरे मोती लिए, मन … Continue reading मन के नयन हजार | Geet man ke nayan hajaar