रावण का अनुसरण | Geet Ravan ka Anusaran
रावण का अनुसरण ( Ravan ka Anusaran ) अपना घर जो फूक चुके है औरों का भी फूकेंगें। अपने कदमों से ही ये नष्ट सभी कुछ कर देगें।। अपना घर जो……।। अपने अहिंम् के चलते ही ये किसी की नही सुनते है। अपनी अक्षमता का श्रेय औरों के सिर पर मड़ते है। जो अपनों का … Continue reading रावण का अनुसरण | Geet Ravan ka Anusaran
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