वर्तमान में जी नहीं पाया | Geet Vartman mein
वर्तमान में जी नहीं पाया ( Vartman mein jee nahin paya ) भविष्य के भंवर में भटका, वर्तमान में जी नहीं पाया। सुख की ठौर रहा ढूंढता, पल भर का भी चैन ना आया। कालचक्र व्यूह जाल में, घटनाक्रम क्या-क्या समाया। जो सच का आभास कराएं, नैनो ने वही भरम बताया। वर्तमान में जी … Continue reading वर्तमान में जी नहीं पाया | Geet Vartman mein
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