न खुशियां मिली | Ghazal na khushiyan mili

न खुशियां मिली ( Na khushiyan mili )     न खुशियां मिली आस पास में कटे रोज़ दिन अब उदास में   बुझा प्यास रब भेज कोई अब मुहब्बत कि जिस डूबा प्यास में   दिखाते वही दुश्मनी मुझे देखे बैठे पास पास में   न पीने कि वो दे गया क़सम भरा जाम … Continue reading न खुशियां मिली | Ghazal na khushiyan mili