प्यार की अब होती फुवार कहाँ | Ghazal pyar ki phuvar

प्यार की अब होती फुवार कहाँ ( Pyar ki ab hoti phuvar kahan )     प्यार की अब  होती फुवार कहाँ दिल उसी का अब बेक़रार कहाँ   शबनमी रूठी प्यार की ऐसी हो रही फूलों की  बहार कहाँ   भूलने के जतन किये हर इक याद से उसकी ही क़रार कहाँ   सूखा … Continue reading प्यार की अब होती फुवार कहाँ | Ghazal pyar ki phuvar