रक्खी जिससे यहां दोस्ती ख़ूब है | Ghazal

रक्खी जिससे यहां दोस्ती ख़ूब है ( Rakhee jisse yahan dosti khoob hai )     रक्खी जिससे यहां दोस्ती ख़ूब है ! कर गया आज वो दुश्मनी ख़ूब है   जिंदगी की बुझे प्यास अब ए ख़ुदा प्यार की उठ रही बेकली ख़ूब है   रात दिन आँखों में ही नमी ख़ूब है यादों … Continue reading रक्खी जिससे यहां दोस्ती ख़ूब है | Ghazal