यहाँ संहार राखी का | Ghazal Sanhar Rakhi ka
यहाँ संहार राखी का ( Sanhar Rakhi ka ) मनाएँ हम यहाँ कैसे बता त्यौहार राखी का । नहीं बहनें हिफ़ाज़त में यहाँ बाज़ार राखी का ।। १ मिटा दो पर्व राखी का कहाँ अब मान होता है । जहाँ बहनें गई लूटी वहाँ त्यौहार राखी का ।। २ सभी की हैं यहाँ बहनें कलाई … Continue reading यहाँ संहार राखी का | Ghazal Sanhar Rakhi ka
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