हरा रंग | Hara Rang par Kavita
हरा रंग ( Hara rang ) हरा रंग हरियाली का सद्भाव प्रेम खुशहाली का उत्साह पत्ता डाली का सुरभीत चमन माली का धरा मुस्कुराने लगी फिर ओढ़कर धानी चुनरिया कुदरत लहराने लगी ज्यों झूमी ब्रज में गुजरिया हरी भरी ये वसुंधरा हमारी लगती सबको प्यारी है रंग बिरंगे फूलों की महकती केसर की सी … Continue reading हरा रंग | Hara Rang par Kavita
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