हे परम प्रिय मन रूप अंतरात्मा!

हे परम प्रिय मन रूप अंतरात्मा! कोटि-कोटि नमन आप एक ईश्वर द्वारा विभूषित अति उत्तम,महत्वपूर्ण देन है। आप की महिमा अपरंपार है। हवा से भी तेज गति है,आपने जीवन के लिए सैनिक का काम,चारों दिशाओं में मन रूप नजर दौड़ती, सूचना लाती।जीवन के हर एक प्रश्नों का उत्तर,मानो एक प्रश्न उत्तरी हैं। आप हो अति … Continue reading हे परम प्रिय मन रूप अंतरात्मा!