हुनर | Hunar

हुनर  ( Hunar )   बेहतर से बेहतरीन की आस है, मुझको मेरे “हुनर” की तलाश है, मुझको सारा “आसमान” चाहिए, अभी तो फ़क़त..ज़मीं मेरे पास है, दिल के ही”तहखाने” में क़ैद हूँ मैं, इलाज बेमानी मेरे, ऐसी वैद्य हूँ मैं, अपने हुनर को चमकाना न आया, ऐसी कोरे काग़ज़ सी ‘सफेद’ हूँ मैं, माना … Continue reading हुनर | Hunar