हर किसी पे ही उल्फ़त लुटाती रही | Ishq pe shayari

हर किसी पे ही उल्फ़त लुटाती रही ( Har kisi pe hi ulfat lutati rahi )     हर किसी पे ही उल्फ़त लुटाती रही जिंदगी प्यार के गीत गाती रही   पी उसे भूलने की शराब ख़ूब है रात दिन और यादें  सताती रही   मुंह से बोली नहीं है कुछ भी तो मुझे … Continue reading हर किसी पे ही उल्फ़त लुटाती रही | Ishq pe shayari