जहां तुम वहां मैं | Jahan Tum Wahan Main

जहां तुम वहां मैं ( Jahan tum wahan main )   जहां तुम वहां मैं, मिल जाऊं दिलबर जानी। तुम आवाज देके देखो, निभाऊं प्रीत पुरानी। तुम प्रेम की हो सरिता, मेरे प्यार की निशानी। तुम भावों की गूंथी माला, कोई गीत हो जुबानी। शब्दों की अविरल धारा, कलकल बहता पानी। सागर मिलन को सरिता, … Continue reading जहां तुम वहां मैं | Jahan Tum Wahan Main