जीवन ज्योत्स्ना है नारी | Jeevan Jyotsna Hai Nari

जीवन ज्योत्स्ना है नारी ( Jeevan Jyotsna Hai Nari )   कोमल निर्मल सरस भाव, अंतर प्रवाह विमल सरिता । त्याग समर्पण प्रतिमूर्ति, अनंता अत्युत्तम कविता । सृजन उत्थान पथ पर, सदा अनंत महिमा धारी । जीवन ज्योत्स्ना है नारी ।। स्नेहगार ,दया उद्गम स्थल, अप्रतिम श्रृंगार सृष्टि का । पूजनीय कमनीय शील युत, नैतिक … Continue reading जीवन ज्योत्स्ना है नारी | Jeevan Jyotsna Hai Nari