जो कुछ उम्दा | Jo Kuch Umda

जो कुछ उम्दा ( Jo kuch umda)    नया / पुराना / अभी का/ तभी का जो कुछ भी है/ जहांँ भी/कहीं का/ हर क्षेत्र का/ हर विधा का/ बस वही रहे /जो है उम्दा सर्वप्रिय/ मंगलकारी सत्यम/ शिवम/ सुंदरम सा जिससे हो अपना/ देश का भला बाकी सब /उखाड़ फेंको  बाहर का/ दरवाजा दिखा … Continue reading जो कुछ उम्दा | Jo Kuch Umda