कहीं ग़म कहीं पे ख़ुशी है

कहीं ग़म कहीं पे ख़ुशी है     कहीं ग़म कहीं पे ख़ुशी है! कहीं पे हंसी तो नमी है   कोई जीवन अच्छा गुजारे कहीं ग़म भरी जिंदगी है   मुहब्बत को कोई निभाये कहीं दिल में ही बेरुख़ी है   कोई रिश्ता दिल से निभाता कहीं हर घड़ी बेदिली है   कहीं पे  … Continue reading कहीं ग़म कहीं पे ख़ुशी है