यह कैसी लाचारी है | Kaisi Lachari

यह कैसी लाचारी है ( Yeh kaisi lachari hai )   यह कैसी लाचारी है, पीर पर्वत से भी भारी है। औरों के खातिर जीना, आज हुआ दुश्वारी है। यह कैसी लाचारी है छल कपट दंभ बैर छाया, झूठ का बोलबाला है। चकाचौंध में दुनिया डूबी, फैशन का हवाला है। लूटमार सीनाजोरी से, हुई त्रस्त … Continue reading यह कैसी लाचारी है | Kaisi Lachari