Ghazal नहीं तिरछी नज़र जैसा कोई भी वार दुनिया में
नहीं तिरछी नज़र जैसा कोई भी वार दुनिया में ( Nahi Tirchi Nazar Jaisa Koi Bhi War Duniya me ) कलेजा चीरने वाले बहुत हथियार दुनिया में। नहीं तिरछी नज़र जैसा कोई भी वार दुनिया में।। चलन सबका यहां उल्टा मिलेगा तुम अगर देखो। गुलों को पूजने वाले बिछाते ख़ार दुनिया में।। … Continue reading Ghazal नहीं तिरछी नज़र जैसा कोई भी वार दुनिया में
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