कामयाबी के सफ़र में | Kamyabi ke Safar me

कामयाबी के सफ़र में ( Kamyabi ke safar me )    कामयाबी के सफ़र में धूप बड़ी काम आई, छाँव मिल गई होती तो कब के सो गए होते! अपनों से ठुकराना भी यथार्थ साबित हुआ, नहीं तो अपनी कला से हम वंचित रह जाते! चले जाएंगे हमें यूं तन्हा छोड़ कर एक दिन, पता … Continue reading कामयाबी के सफ़र में | Kamyabi ke Safar me