Ghazal | करो शिकवा किसी से मत ग़मों को झेलना सीखो
करो शिकवा किसी से मत ग़मों को झेलना सीखो ( Karo Shikawa Kisi Se Mat Gamon Ko Jhelna Sikho) कभी शिकवा नहीं करना ग़मों को झेलना सीखो। लिखा तकद़ीर में रब ने उसी से जूझना सीखो।। जो होता है उसे मर्जी खुदा की मान लेना तुम। सदा ही अपनी मर्जी को परे तुम … Continue reading Ghazal | करो शिकवा किसी से मत ग़मों को झेलना सीखो
Copy and paste this URL into your WordPress site to embed
Copy and paste this code into your site to embed