बिन माचिस के आग लगा देते है | Kavita bin machis

बिन माचिस के आग लगा देते है ( Bin machis ke aag laga dete hai )    शब्दो को अधरों पर रखकर,मन का भेद खोलो। आंखो से सुन सकता हूं,तुम आंखो से तो बोलो।।   कहना है कुछ कह दो,इशारों के जरिए कह दो। समझता हूं सारे इशारे मै,अपनी बात कह दो।।   स्पर्श करने … Continue reading बिन माचिस के आग लगा देते है | Kavita bin machis