धरती की पुकार | Kavita dharti ki pukar
धरती की पुकार ( Dharti ki pukar ) जब धरती पे काल पड़ जाए हिमपात भूकंप आए वृक्ष विहीन धरा पे बारिश कहीं नजर ना आए ज़र्रा ज़र्रा करें चित्कार सुनो सुनो धरती की पुकार सागर व्योम तारे सुन लो सारे जग के सुनो करतार अनाचार अत्याचार पापाचार का बढ़े पारावार संस्कार … Continue reading धरती की पुकार | Kavita dharti ki pukar
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