दुनिया ( Duniya ) रात मे चाँद को , जिसने चमकना सिखाया । सूरज की किरणों को ,आलोक फैलाना बताया ।। ग्रीष्म ,वर्षा ,शीत ,बसंत ,होती अजीब घटनाएं है । वंदन है प्रभु ! उन्हें , जिसने ये दुनिया बनाया ।। उफनती नदियों को , जिसने बहना सिखाया । गहरी काली झीलो को , … Continue reading Kavita | दुनिया
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