एक आह | Kavita Ek Aah

एक आह ( Ek aah )    एक आह भरी होगी हमने न सुनी होगी। दर्द की दास्तां दिल से वो बयान कर गई। आग कहीं जली होगी हमने न देखी होगी। दिलजलो से बेखबर फिर आंख भर गई। आरजू कहीं पली होगी हमने न कहीं होगी। दिल की धड़कनें दिल तक दस्तक दे गई। … Continue reading एक आह | Kavita Ek Aah