जोत जले मां | Kavita Jyot Jale Maa

जोत जले मां ( Jyot Jale Maa )   सजा दरबार निराला जोत जले मां अंबे ज्वाला। सबके दुखड़े हरने वाली कर सोहे मां चक्र भाला। कालरात्रि तू महागौरी तू कुष्मांडा चामुंडा माता। ढाल खड्ग खप्पर वाली तू ही मां भाग्यविधाता। तू ही काली तू महाकाली रणचंडी दुर्गा मतवाली। दानव दलनी मां जगदंबे यश वैभव … Continue reading जोत जले मां | Kavita Jyot Jale Maa