कोई नेक | Kavita Koi Nek

कोई नेक ( Koi Nek )   कमी निकाले जो काम मे, करे सुधार की बात समझिये बना रहा वह आपको, देगा भी वही साथ मिलते सलाहकार बहुत, पर दिखाते नही राह थामिये तुम हाथ उसका, जिसमे है तुम्हारी चाह बगुलों की इस भीड़ में, दुर्लभ हंस का मिलना है होगा किससे कल उज्ज्वल, यही … Continue reading कोई नेक | Kavita Koi Nek