सांवरे की बंसी | Kavita Sanware ki Bansi
सांवरे की बंसी ( Sanware ki Bansi ) सताने लगी है सांवरे की बंसी, रिझाने लगी है सांवरे की बंसी, मुझे रात औ दिन ख्याल है उसका ही, जगाने लगी है सांवरे की बंसी, कभी गीत गाके सुनाए है बंसी, कभी प्रीत मुझसे जताए है बंसी, मुझे आज कल वो लुभाए है इतना, सभी चैन … Continue reading सांवरे की बंसी | Kavita Sanware ki Bansi
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