तपन | Kavita Tapan

तपन ( Tapan )   कितनी प्यारी सी तपन भरी थी उनकी मुस्कान में फरिश्ता  सी  लगने  लगी हमें भीड़ भरे जहान में   मदद को बढ़ा दिए हाथ साथ दे दिया जीवन में उनके प्यार की तपन से खिल गए फूल चमन में   महकी फुलवारी सारी प्रीत भरी बयार बहने लगी सद्भावों की … Continue reading तपन | Kavita Tapan