उम्र का बंधन तोड़ दे | Kavita Umar Ka Bandhan
उम्र का बंधन तोड़ दे! ( Umar ka bandhan tod de ) ये गलियाँ, ये चौबारे, मेरे काम के नहीं। किसी काम के नहीं। जिन्दगी की कश्ती का कोई किनारा न मिला, जब से चुराई दिल,उसका नजारा न मिला। उम्मीदें सारी छोड़ दूँ, या रिश्ता उससे जोड़ लूँ। हे! परवरदिगार कुछ कर उपाय, या … Continue reading उम्र का बंधन तोड़ दे | Kavita Umar Ka Bandhan
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