Kavita | वृक्ष कहे तुमसे

वृक्ष कहे तुमसे ( Vriksh Kahe Tumse )   मन  में  यदि हो सेवा भाव हर अवसर पर वृक्ष लगाओ वृक्ष  लगाकर  इस धरती को उसकी धरोहर तुम लोटाओ।।   माना  बन  नहीं  सकता  है पहिले  जैसा  ये  बतावरण छोटे छोटे पौधो को लगाकर आस पास को शुद्ध बनाओ।।   हमको दिया है उस ईश्वर … Continue reading Kavita | वृक्ष कहे तुमसे