भाग्य (किस्मत) का साथ

“पंकज सर, आपका यूजीसी नेट का एग्जाम कब है?” “17 जुलाई को, रविवार के दिन।” “एग्जाम सेंटर तो आपका मेरठ ही पड़ा होगा।” “हाँ बड़े भाई। वहीं है।” “फिर ठीक है। पंकज सर, इस बार आप जब मेरठ एग्जाम देने जाओगे तो आपको मेरे घर पर ही रुकना होगा। रुकने-खाने-पीने से लेकर किसी भी चीज … Continue reading भाग्य (किस्मत) का साथ