क्या करूं | Kya Karoon

क्या करूं ( Kya karoon )   मैं अज्ञानी हूं , ज्ञान बांटता हूं क्या करूं, इंसान हूं इंसान बांटता हूं….   बोझभर किताबें पड़ी हैं घर मे कितनों को तो दीमक भी चाट गए हैं देखता हूं जाते आते लोगों को बुत खाने सोचता हूं सब पगला गए हैं करता नही पूजा पाठ, तब … Continue reading क्या करूं | Kya Karoon