मेहनत के बावजूद | Laghu Katha Mehnat ke Bawajood

जीवन जन्म से ही एक पांव से कुछ दबता है और उसे गरीबी भी विरासत में मिली हुई है। लेकिन उसका घर अपना शहर में है। उसकी शादी हुई तो उसकी पत्नी छः माह बाद अपने घर के ही बगल में गोपाल बाबू के यहांँ वर्तन- वासन करने लगी। पेट की रोटी में कुछ राहत … Continue reading मेहनत के बावजूद | Laghu Katha Mehnat ke Bawajood