मांँ की याद | Maa ki yaad | Chhand

मांँ की याद ( Maa ki yaad )   जलहरण घनाक्षरी   जब मांँ नहीं होती है, वो याद बहुत आती। ममता की मूरत मांँ, तेरी याद सताती है।   चरणों में स्वर्ग बसा, हाथ शीश पर रखती। मीठी यादें लोरियों की, मन को खूब भाती है।   कितना सुकून होता, आंचल की छांँव मिले। … Continue reading मांँ की याद | Maa ki yaad | Chhand