” मैं और चाय “ ( Main aur chai ) ले चाय की चुस्की लगाते थे, दोस्तों के साथ महफिल हम जमाते थे। लंबी-लंबी छोड़ कर गप्पे हम लड़ाते थे, चाय की टपरी पे आधी ज़िंदगी बिताते थे। टांग खींच कर दोस्तों की खूब मस्ती करते थे , पता ही नहीं चलता कब घंटों … Continue reading मैं और चाय | Main aur chai
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