मेरे ज़िन्दगी का तुम एक हक़ीक़त हो | Ghazal tum ek haqeeqat ho
मेरे ज़िन्दगी का तुम एक हक़ीक़त हो ( Mere zindagi ka tum ek haqeeqat ho ) मेरे ज़िन्दगी का तुम एक हक़ीक़त हो उम्र भर की मेरी, तुम तमाम दौलत हो यह सिलसिला यहीं ख़त्म होने वाला है तुम मेरी पेहली और आंखरी मुहब्बत हो तुझे चाहा है मैंने हर दम … Continue reading मेरे ज़िन्दगी का तुम एक हक़ीक़त हो | Ghazal tum ek haqeeqat ho
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