म्हारी नखराळी साळी | Marwadi Rachna

म्हारी नखराळी साळी ( Mhari nakhrali sali )   सुण म्हारी नखराळी साळी,गोरी ए मतवाळी मेळो देखण चालां आज्या,लारै म्हारै भोळी भाळी   बळखाती इतराती चालै,बहती पून सी कयां हालै देख चांदणी शरमावै,थारो रूप सहयो नहीं जावै   सावण सी रिमझिम बरसै, थारै सागै बादळिया आओ मेळो देखण चालां,मत चढ़ज्यों डागळिया   चाल चलै मतवाळी … Continue reading म्हारी नखराळी साळी | Marwadi Rachna