मोहब्बत की दरिया | Mohabbat ki Dariya

मोहब्बत की दरिया ( Mohabbat ki Dariya )   अदाओं का तेरा खजाना चाहता हूँ, जवानी का तेरा तराना चाहता हूँ। चलती जिधर फूल खिलते उधर ही, रजा चलके खुद जानना चाहता हूँ। दीवानगी कुछ चढ़ी इस कदर है, कदमों में आँखें बिछाना चाहता हूँ। भीगी-भीगी रातें जलाती हैं मुझको, लगी आग को मैं बुझाना … Continue reading मोहब्बत की दरिया | Mohabbat ki Dariya